रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
बिजुरी। नगरपालिका परिषद बिजुरी अपने भिन्न-भिन्न कारनामों के कारण एक बार पुनः सुर्खियां बटोर रहा है। नगरक्षेत्र बिजुरी कि जनता जहां विकाश सहित मूलभूत सुविधाओं कि असहनीय दंश झेल रहा है। वहीं नगरपालिका बिजुरी के कर्मचारी अपने कर्तव्य परायणता से इतिश्री कर, नगर कि जनता को इधर-उधर घुमा देते हैं। जिससे नगर के आम आवाम व्यथित एवं परेशानियों से जूझ रहा है।
*कम्प्यूटर आपरेटर सहित जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र के कर्मचारियों से सर्वाधिक पीडित हैं जनता-*
नगरपालिका क्षेत्रांतर्गत निवासरत नगर कि जनताओं कि मानें तो सर्वाधिक पीड़ादायक कार्य नपा कार्यालय में कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटर एवं जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र का जिम्मा सम्भाल रहे कर्मचारी कि है। कम्प्यूटर आपरेटर जहां तरह-तरह कि बहाने बाजी कर, कार्यालय में पहुंचने वाले हितग्राहियों को गुमराह कर, बैरंग लौटा देते हैं। वहीं जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र सहित भिन्न-भिन्न आवश्यक दस्तावेज तैयार करने कि जिम्मेदारी उठाने वाले कर्मचारी सतेन्द्र सिंह द्वारा भी कार्यालयीन काल में कामचोरी करते हुए भिन्न-भिन्न स्थानों पर बैठकर डींगे हांकतें रहते हैं। और कार्यालय का समय पूरा होने पश्चात घर वापस लौट जाते हैं। जिससे आवश्यक कामों के लिए पहुंचने वाले हितग्राही एवं आम जनता पूरी तरह से परेशान हैं।
*विकाश के नाम पर व्यक्तिगत विकास करने पर मशगूल हुए नपाध्यक्षपति-*
नगरपालिका परिषद बिजुरी में एक अपवाद यह भी है कि नगरपालिका परिषद बिजुरी के अध्यक्षपति स्वयं एवं चहेतों के विकाश में मशगूल हैं। यही कारण है कि नगर के जनताओं कि आवश्यक मूलभूत सुविधाएं इनकी चक्षुओं से ओझल एवं विकाश कार्य पूरी तरह से ठप्प हैं।
*सत्ताधारी नेताओं से सांठगांठ होने का दम्भ भरता है अध्यक्षपति-*
स्थानीय जानकारों कि माने़ं तो नगरपालिका परिषद बिजुरी में बतौर सहायक राजस्व उपनिरीक्षक लखनलाल पनिका अपनी पत्नी सहबिन पनिका जो कि महाकौशल प्रांत के सबसे धनाढ्य नगरपालिका कि अध्यक्षा हैं। के पद एवं दायित्वों पर कब्जा जमाते हुए 02 सालों से केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के सबका साथ सबका विकास वाली नीतियों पर कब्जा जमाकर प्रदेश सरकार में गृहक्षेत्र बिजुरी के कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल के प्रतिष्ठा को भी दाव लगाए बैठे हैं। जिससे भिन्न-भिन्न चर्चाऐं आमजनमानस के मध्य चौक चौराहों में व्याप्त है।
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