रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल मध्यप्रदेश, अप्रतिम सौन्दर्य से बना फिल्म पर्यटन और शूटिंग का हब
शहडोल - मध्य प्रदेश शासन की अपर प्रबंध संचालक पर्यटन श्रीमती विदिशा मुखर्जी ने कहा है कि देश में मध्य प्रदेश पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाओं की भूमि है। मध्य प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में प्राकृतिक तथा इतिहास का दिया हुआ अनेकों वरदान है, जो हमारे मध्य प्रदेश को और ज्यादा अद्भुत बनाती है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत का संगम मध्यप्रदेश भारत के मध्य में स्थित एक ऐसा राज्य है जो प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनूठा मिश्रण पेश करता है। खजुराहो के मंदिरों की नक्काशीदार दीवारें, सांची के स्तूपों की शांति, और कान्हा नेशनल पार्क की जीवंत वन्यजीव, मध्यप्रदेश में घूमने के लिए अनेक कारण हैं।
श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि मध्य प्रदेश अतुल्य भारत का हृदय प्रदेश है। यहां विपुल संस्कृति सौंदर्य एवं वैभवशाली विरासत से सुसज्जित प्रदेश है। मध्य प्रदेश अपने यहां आने वाले पर्यटकों को कला संस्कृति विशिष्ट व्यंजन एवं अतीत के माध्यम से प्रकृति के समीप आने का अवसर प्रदान करता है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, देश का फिल्म पर्यटन और शूटिंग का हब बन गया है। अब मध्यप्रदेश में बनी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित फिल्मों ने देश और विदेश के नामी फिल्म निर्माण कंपनियों और निदेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। हमारे यहां गौरवशाली ऐतिहासिक धरोहर, किला, वन संपदा, खनिज संपदा, नदिया, टाइगर रिजर्व, नेशनल पार्क, धार्मिक पर्यटन क्षेत्र में महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, पीतांबरा देवी मंदिर मैहर में शारदा माता मंदिर स्थित है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास कर रही है। इन प्रयासों में बेहतर कनेक्टिविटी , पर्यटक सुविधाओं का विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अभियान शामिल हैं। उन्होंने सभी निवेशकों से निवेश कर पर्यटन के क्षेत्र में चर्चा कर मध्य प्रदेश के पर्यटन के क्षेत्र में किए जा रहा है प्रयासों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में श्री कमलदीप ने निवेशकों को पर्यटन के क्षेत्र में आने वाले समय में होने वाले संभावनाओं के संबंध में जानकारी दी। इसी प्रकार श्री हर्ष कपूर, श्री भरत भूषण सहित अन्य लोगों ने टूरिज्म एवं फिल्म क्षेत्र में किया जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी।
*खनिज क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाओं पर निवेशकों के साथ हुई चर्चा*
खनिज क्षेत्र में निवेश के संदर्भ में आयोजित परिचर्चा के दौरान आज प्रमुख सचिव श्री उमाकांत उमराव और खनिज विशेषज्ञों ने मध्यप्रदेश की खनिज संपदाओं के बारे में जानकारी देकर निवेश को प्रोत्साहित किया। उल्लेखनीय है कि यह परिचर्चा आज शहडोल के इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आए निवेशकों के साथ हुई। जिसमें वर्तमान तथा भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए खनिज संपदाओं के दोहन व उपयोग, मध्यप्रदेश की खनिज नीति, यहां की सभावना व सुविधाएं, मांग तथा बाजार के संबंध में चर्चा कर निवेशको को आकर्षित किया गया। खनिज विशेषज्ञों ने विकास के उभरते दौर में खनिज क्षेत्र में निवेश व व्यापार की अपार उज्ज्वल संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। जिसमें कहा गया कि प्रदेश मे कोयला, लाइम स्टोन, लौह, ताबा, हीरा, मैगनीज अयस्क, बाक्साइट, रॉक फास्फेट, डायमंड ग्रेनाईट, ग्रेफाईट, डोलोमाइट, प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। जिनके समुचित दोहन से प्रदेश के विकास को गति मिलेगी, वहीं ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में कान्तिकारी परिवर्तन आएगा। परिचर्चा के दौरान कहा गया कि पर्यावरण की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए खनिज ससाधनों का समुचित उपयोग करने में प्रदेश सरकार निवेशकों को प्रोत्साहन करने व उनकी सुविधाओं के लिए सकारात्मक सहयोग कर रही है। खनिज क्षेत्र में निवेश व प्रोत्साहन के साथ स्थानीय चुनौतियों पर विचार करते हुए उनके समाधान की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों पर भी चर्चा की गई। प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए अन्य क्षेत्रों में निवेश के साथ खनिज क्षेत्र में निवेश व नवाचार का प्रयोग कर ऊर्जा का सुनियोजित उपयोग पर जोर दिया गया। जिसमें ऑयल और गैस के उत्पादन को बढ़ावा देकर मध्यप्रदेश को ऊर्जा का पॉवर हाउस बनाने की प्रतिबद्धता जाहिर करने के साथ हाईड्रो कार्बन के क्षेत्र में भी निवेश व अवसर की जानकारी दी गई। परिचर्चा में विशेष रूप से कहा गया कि इन क्षेत्रों में निवेश से निश्चित ही रोजगार, व्यापार और विकास को गति मिलेगी।
इस अवसर पर एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के डीन जीपी प्रधान ने कहा कि प्रदेश में लॉ और ऑडर की कोई समस्या नहीं है शात प्रदेश है। उन्होनें पॉवर पॉइंट के माध्यम से माइनिग के क्षेत्र में अपार सभावनाओं की विस्तार से जानकारी दी। इसी क्रम में एकेएस यूनिवर्सिटी सतना के प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र प्रधान ने कहा कि प्रदेश मे लाईम स्टोन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है इसमें कटनी, रीवा, सतना शामिल हैं यहां पर सीमेंट सेक्टर की अपार संभावनाए हैं। उन्होनें कहा इस क्षेत्र में जितनी भी बड़ी-बड़ी नदिया है, सोन जोहिला बेसिन के आस-पास कोयले के अपार भंडार हैं जो अगले 100 साल तक खत्म नहीं होगे।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव खनिज श्री उमाकांत उमराव ने मध्यप्रदेश सरकार के निवेशकों की समस्याओं के निराकरण के लिए की जा रही पहल और निवेश व प्रोत्साहन नीतियों के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि हर दो माह में इस संबंध में बैठक होती है। इस दौरान सभी संबंधित निवेशक वर्चुअली रूप से जुड़कर अपनी बात रखते हैं तथा उनकी समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित किया जाता है। निवेश व प्रोत्साहन के संबंध में आयोजित परिचर्चा में निवेशकों द्वारा किए गए प्रश्नों का भी समाधान कारक उत्तर दिया गया।
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