रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
उमरिया जिले में हिंदू मुस्लिम एकता मंच ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की। मंच के सदस्यों ने भगवान भोलेनाथ की बारात का स्वागत करते हुए पुष्प वर्षा की और आपसी भाईचारे का संदेश दिया। इस पहल की पूरे जिले में सराहना हो रही है।
हिंदू मुस्लिम एकता मंच के संस्थापक मो. असलम शेर ने कहा कि हमारा देश विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और परंपराओं का संगम है। हम सभी त्योहारों को मिलजुल कर मनाते हैं, जिससे समाज में प्रेम और एकता बनी रहे। उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता मंच का मुख्य उद्देश्य यही है कि सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे के त्योहारों में भाग लें और भाईचारे को मजबूत करें। उन्होंने आगे कहा, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर हमने भगवान भोलेनाथ की बारात पर पुष्पवर्षा कर यह संदेश दिया कि हर धर्म का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है।
हिंदू मुस्लिम एकता मंच के जिला संयोजक राजेंद्र कोल ने कहा कि यह पहल धार्मिक सौहार्द्र और आपसी मेलजोल को और मजबूत करने का कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि जब सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं, तो समाज में नफरत की जगह प्रेम और भाईचारा बढ़ता है। उन्होंने कहा, उमरिया में यह पहली बार नहीं है जब हिंदू मुस्लिम एकता मंच ने ऐसा कार्य किया हो। हम होली, दिवाली, ईद और अन्य पर्वों पर भी इसी तरह सभी धर्मों को जोड़ने का प्रयास करते हैं।
*समाज में जागरूकता लाने की जरूरत*
इस आयोजन से जिलेभर में सकारात्मक संदेश गया है। आम लोगों ने भी हिंदू मुस्लिम एकता मंच के इस प्रयास की सराहना की और इसे आगे बढ़ाने की अपील की। समाज में इस तरह के प्रयास सांप्रदायिक सौहार्द्र को बढ़ाने और समाज को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित हिंदू मुस्लिम एकता मंच के वरिष्ठ सदस्य जगदीश प्रसाद जयसवाल, अल्ताफ खान, हनीफ अहमद खान, सुमित उपाध्याय, कृष्ण कांत तिवारी, शिवांश सिंह सेंगर, मनेंद्र सिंह, राजा कोल, सचिन चौधरी, सौरभ कोल, प्रहलाद महार, विपिन रावत आदि संख्या में हिंदू मुस्लिम एकता मंच के सदस्य उपस्थित रहे।
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