रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
अनुपपूर । बरगवां ग्राम पंचायत को नगर पंचायत बनाए जाने की घोषणा के बाद से ही कुछ समाज विरोधी ,विकास विरोधी तत्वों द्वारा नगर पंचायत न बनाए जाने का लगातार विरोध किया जा रहा है ,अभी कुछ दिनों से भोली भाली जनता से बहला फुसला कर उन्हें गुमराह करके कभी टैक्स बढ़ा दिए जाने तो कभी उनका घर गिरा दिए जाने जैसी फालतू बातो से भ्रमित कर हस्ताक्षर कराया जा रहा है , अपनी बनाई विरासत की चिंता सत्ता रही की नगर पंचायत बनते ही कही बुलडोज़र बाबा की नज़र इन पर न पड़ जाए / बूथ अध्यक्ष अपनी ही पार्टी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान में लिप्त हो गया तो कुछ कोंग्रेसी भी इस कार्य में लिप्त पाए गए ,अपने ही पार्टी के खिलाफ आखिर किसके इसारे पर ये लोग काम कर रहे हैं यह पड़ताल का विषय है,
*फ्लेक्स में बधाई देते हैं पीठ पीछे हस्ताक्षर करवा रहे हैं कि नगर परिषद ना बने*
जनता को भ्रमित करके क्या ये अपना वोट बैंक तैयार कर रहे हैं ???
या फिर ये क्या सिर्फ विकास विरोधी हैं ???
क्या इनका काम हर अच्छे काम का विरोध है ???
*किसके सह से हस्ताक्षर करवा रहे हैं*
क्या नगर पंचायत से इनकी काला बाज़ारी का काम प्रभावित होगा इस लिए विरोध किया जा रहा ????
क्या क्षेत्र की जनता को पीने योग्य पानी और उनके परिवार को रोजगार न मिले इस लिए विरोध हो रहा ???
क्षेत्र की सभी जमीन और घरो की कीमत बढ़ जाएगी इससे किसका नुकसान हो सकता है ???
*नगर पंचायत में किया जाएगा विकास*
नगर पंचायत को नगर परिषद बनने से कई फायदे होने की संभावना है। जिसमे शहर सुविधा लोगों तक मुहैया कराया जाएगा। साफ सफाई एवं लाइट की भी व्यवस्था बढ़ जाएगी। राजस्व भी नगर परिषद में आने शुरू हो जाएगा। जिससे की विकास गति भी बढ़ेगी। वही नगर परिषद बन जाने से समुचित ड्रोनेज, जलापूर्ति,कूड़ा उठाव,कचड़ा संग्रह, रोजगार,स्ट्रीट लाइट सहित रोशनी की सुविधा भी बढ़ जाएगी। इससे लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठेगा।
जागो जनता जागो "परिवर्तन ही संसार का नियम है "
ग्राम पंचायत से नगर पंचायत एक पदोन्नति है इसका फायदा सभी ग्राम वासीयो को मिलेगा
अब ये तो आने वाला समय और संघठन तय करेगा ?
वैसे तो राजनीतिक उठक बैठक कब हो जाए कोई नही जानता । अंतराल यहां है की कुछ समर्थक द्वारा ही हो रहा है


0 Comments