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संभाग के संवेदनशील एडीजी श्री डीसी सागर ने पेश की मानवता की मिसाल

 


मिर्जा अफसार बेग

मध्य रात्रि में परिजनों की पीड़ा देख पटरी पर पड़े शव को परिजनों की देखरेख में पहुंच वाया मर्चुरी 

शहडोल। अपनी सख्त और चिर परिचित शैली के लिए मशहूर शहडोल संभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री डीसी सागर की संवेदनशीलता के चलते कल मध्य रात्रि शहडोल के समीप सिंहपुर स्टेशन पर पड़े शव को उनके बिलखते परिजनों की पीड़ा की जानकारी दूरभाष पर मिलने पर उन्होंने तत्काल ही जीआरपी शहडोल सहित कटनी जीआरपी के एसपी को सूचित कर तत्काल रुप से पटरी पर पड़े शव को उचित स्थान पर रखने के निर्देश दिए। मिली जानकारी के अनुसार कल शनिवार की रात्रि 6:00 बजे के करीब शहडोल शहर के किरण टॉकीज निवासी लगभग 65 वर्षीय श्री सुरेश त्रिवेदी ने अज्ञात कारणों से शहडोल के समीप सिंहपुर स्टेशन पर जाकर पटरी पर सर रखकर आत्महत्या कर ली थी जिसकी जानकारी काफी देर बाद लगभग रात्रि 10:00 बजे जब उनके परिजनों को लगी तो उन्होंने तत्काल ही घटनास्थल पर पहुंच कर उसके बाद उन्होंने जीआरपी शहडोल प्रभारी से बात कर शव को अस्पताल भेजने के लिए मिन्नतें की यहां तक की स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी जीआरपी की महिला थाना प्रभारी से अनुरोध किया पर उन्होंने बड़े ही बेरुखी ढंग से न सिर्फ उनके परिजनों को डांट लगाई अपितु मीडिया के लोगों को ही अपना काम अपने ढंग से करने की धमकी दी इस बीच स्टेशन पर ही शव लावारिस हालत में पड़ा हुआ था तथा समीप ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था इस बात की जानकारी जब संभाग के संवेदनशील एडीजीपी श्री सागर को दूरभाष पर मिली तो उन्होंने रात मैं ही मामले की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी के पुलिस अधीक्षक कटनी को सूचित कर तत्काल डेड बॉडी को उठाने की व्यवस्था करने के लिए कहा जिसके बाद आनन-फानन में रात में लगभग 1:00 बजे श्री त्रिवेदी के शव को जिला चिकित्सालय के पोस्टमार्टम हाउस में पहुंचाया गया।

निश्चित या घटना तो दुखद थी परंतु पर शहडोल जीआरपी के प्रभारी का कठोर और लापरवाही पूर्ण रवैया निश्चित ही निंदनीय है ऐसे अधिकारियों पर उचित कार्यवाही होनी चाहिए ताकि इतने महत्वपूर्ण और संवेदनशील मामले में इस तरह की लापरवाही न बरती जा सके।

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