मिर्जा अफसार बेग
बिना GST के बिलों पर लाखों का भुगतान , शिकायत के बाद भी नही हुई कार्यवाही
नगर पालिका परिषद बिजुरी में वर्ग एसआई का आलम अभी व्यापक रूप से व्याप्त है। जनप्रतिनिधि अधिकारी और कर्मचारी मिलीभगत कर लाखों रुपए के भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं। शासकीय गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए बिना जीएसटी के कंप्यूटर ऑपरेटर की पत्नी के खाते में लाखों रुपए का भुगतान कर दिया जाता है और शिकायत पर 2 महीने बाद भी कार्यवाही नहीं की जाती है जिससे यह साफ स्पष्ट होता है नगर परिषद में फैले भ्रष्टाचार को उच्चाधिकारियों द्वारा अभय दान दिया जा रहा है।
बिजुरी। बिजुरी नगर पालिका में विकास की जगह भ्रष्टाचार की गंगा बहाई जा रही है। जनप्रतिनिधि से लेकर सीएमओ,उच्च अधिकारी के साथ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी भी भ्रष्टाचार की गंगा में डुबकियां लगा कर करोड़पति बन रहा है। बिजुरी नगर पालिका में उच्च पद पर बैठे कर्मचारी के साथ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे कंप्यूटर ऑपरेटर विनोद ने जल्द लखपति बनने के लिए उच्च अधिकारियों से सांठगांठ कर परिषद में कार्यरत रहते हुए अपने पत्नी के खाते में रिंक कंप्यूटर के नाम पर सप्लाई कर लाखों रुपए का भुगतान फर्जी तरीके से अधिग्रहण कर लिया है। जोकि मध्य प्रदेश शासन के नियमों के विरुद्ध है। जिसकी शिकायत पूर्व में बिजुरी थाना और उच्च अधिकारियों को की जा चुकी है फिर भी ऊंची पकड़ होने के कारण किसी भी तरह की कार्यवाही नगर परिषद में हो रहे भ्रष्टाचार और करने वाले भ्रष्टाचारियों के ऊपर नहीं की जा रही है।
सीएमओ के करीबी होने का उठा रहा फायदा
विनोद दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में बिजुरी नगर पालिका में पदस्थ हैं जोकि पूर्व में अध्यक्ष के सबसे करीबी और भरोसेमंद कर्मचारी के तौर पर जाने जाते थे जिस कारण से पूरे नगर पालिका के भुगतान संबंधित फाइलें और अकाउंटेंट का आधा पदभार ऑफ रिकॉर्ड संभाला करते थे जिस कारण से अपने मनमाने तरीके से भुगतान की रूपरेखा तय कर लेते थे। यही कारण था कि विनोद ने अपनी पत्नी के नाम पर फर्म के फर्जी कागजात लगाकर कंप्यूटर से संबंधित चीजों की सप्लाई बिना जीएसटी नंबर के की। एवं लाखों का भुगतान बिना जीएसटी के बिल के अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर कर दिया। जिसकी शिकायत बिजली थाना में की गई थी महीनों बीत जाने के बाद भी अब तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही शिकायत पर नहीं की गई।
अनियमितता में अभय दान , तो संरक्षण पर संशय
बिजली नगर पालिका में भारी अनियमितताएं लंबे समय से देखी जा रही हैं जोकि बिजुरी नगर की जनता के लिए अभिश्राप बनती जा रही है जहां दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपने मनमानी रवैया अपनाते हुए अपने हिसाब से फर्जी दस्तावेज लगाकर लाखों रुपए की सप्लाई बिल लगाकर बिना जीएसटी भुगतान किये पत्नी खाते में पैसों आहरण कर लेता है। जबकि नियमानुसार किसी भी कार्यालय में काम कर रहे कर्मचारी के परिवार जनों का किसी भी प्रकार के फार्म या अन्य रूप से भुगतान करना गैर कानूनी एवं नियमों के विरुद्ध है फिर भी इस बिजली नगर पालिका में पूर्णता संभव हो पाता है क्योंकि इन कर्मचारियों को संरक्षण देने का कार्य नपा के उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधि करते हैं फिलहाल तो बिजुरी नगर पालिका में विनोद को दिए गए संरक्षण पर संशय बना हुआ है क्योंकि वर्तमान में सीएमओ ने नपा की कमान अपने हाथों पर ले रखी है एवं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनता के मत पाकर बने जनप्रतिनिधि मदमस्त होकर नपा के कार्यों से दूरियां बनाए रखे हैं वही इन अधिकारी और कर्मचारी से भी जनप्रतिनिधि की बन नहीं पा रही है जिस कारण से विनोद को मिले संरक्षण पर चिंता की लकीर खींची हुई है फिलहाल पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना करने से भ्रष्टाचार को अत्यधिक मात्रा में करने की मौन स्वीकृति भी प्रदान हो रही है।
0 Comments