रिपोर्ट @अजय रस्तोगी
कोतमा/ पवन पटेल द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाई गई आवाज के बाद उनके घर का नल कनेक्शन अचानक काट दिया गया। यह कार्यवाही नगर पालिका अध्यक्ष, सीएमओ और उपयंत्री ओमवती तिवारी के खिलाफ दिए गए ज्ञापन के बाद की गई, जिससे स्थानीय स्तर पर डर का माहौल बनाने का आरोप लग रहा है।
*क्या हुआ मामला?*
शिवसेना नेता पवन पटेल ने नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनियमितताओं और जनसुविधाओं के अभाव के खिलाफ आवाज उठाई। इसके जवाब में नगर पालिका प्रशासन ने उनके घर का पानी का कनेक्शन काट दिया, जिसे *"प्रतिशोधात्मक कार्यवाही"* बताया जा रहा है। स्थानीय नागरिकों और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने इस कदम की निंदा करते हुए पवन पटेल का समर्थन किया है।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने घोषणा की कि यह लड़ाई यहीं नहीं रुकेगी, उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष जारी रखने और पवन पटेल को हर समर्थन देने का संकल्प लिया है और यह मांग रखी है। पवन पटेल के घर का नल कनेक्शन तुरंत बहाल किया जाए। नगर पालिका में भ्रष्टाचार की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की जाए। प्रशासन द्वारा विपक्षी नेताओं को डराने-धमकाने की राजनीति बंद की जाए।
पवन पटेल द्वारा बताया गया की कोतमा नगर पालिका अध्यक्ष अजय सराफ, सीएमओ प्रदीप झारिया, उपयंत्री ओमवती तिवारी के खिलाफ मेरे द्वारा शिकायत पत्र देने पर मेरे घर का नल कनेक्शन कटवा दिया गया जिससे मैं डरने वाला नहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई आज जारी है और आगे भी जारी रहेगी। नल कनेक्शन कटवा देने मै झुकने वाला नहीं हूं नपा अध्यक्ष कोतमा सीएमओ उपयंत्री ओमवती तिवारी भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा आवाज बुलंद ही होगी।
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