रिपोर्ट @संतोष कुमार मिश्रा
बोरी बंधान जल संरक्षण की एक सरल और कम लागत वाली तकनीक : दीपक नामदेव
मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद विकासखंड करकेली जिला उमरिया के जिला समन्वयक रविन्द्र शुक्ल जी के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के परामर्शदाता, छात्र छात्रा व सील फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में जल संचय अभियान के तहत सेक्टर 5 घुलघुली अंतर्गत ग्राम महुरी के अमहा नाला में बोरी बंधान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत में सील फाउंडेशन अध्यक्ष दीपक नामदेव द्वारा जल संचय अभियान के बारे में बताते हुए कहा गया कि बोरी बंधान जल संरक्षण की एक सरल और कम लागत वाली तकनीक है। इस प्रक्रिया से वर्षा का पानी लंबे समय तक रुका रहता है, जिससे भूजल स्तर में सुधार होता है और गर्मी के मौसम में पशु-पक्षियों के लिए स्थायी जल स्रोत उपलब्ध रहता है।
परामर्शदाता सोनाली तिवारी द्वारा उपस्थित जनों से पानी बचाने की अपील की गई। और जगह-जगह बोरी बंधान करने की समझाइश दी गई व बताया कि नदी में बोरी बंधान से रुका पानी मवेशियों के पीने और सिंचाई के उपयोग में आएगा। जिसके बाद उपस्थित जनों द्वारा अमहा नाले में 55 बोरियों से बोरी बंधान कर बहते जल को रोका गया।
स्थानीय ग्राम रोजगार सहायक नारायण सिंह ने कहा कि जल संरक्षण केवल सरकारी योजनाओं का विषय नहीं, बल्कि प्रत्येक जन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि गर्मी में जब छोटे जलस्रोत सूख जाते हैं, तब बेजुबान पशु-पक्षियों को सबसे अधिक परेशानी होती है, ऐसे में यह बोरी बंधान उनके लिए जीवनदायी सिद्ध होगा।
स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरक कदम बताया। सामूहिक प्रयास से बने इस बोरी बंधान ने जल संकट से जूझ रहे क्षेत्रों के लिए सकारात्मक संदेश दिया है कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।
आज के इस कार्यक्रम में कार्यक्रम समन्वयक अजय सिंह, CMCLDP छात्र छात्रा रविपाल, संतराम बर्मन, पूजा बर्मन, दिव्या विश्वकर्मा, कंचन साहू, संध्या सिंह, अलका रजक सहित स्थानीय ग्रामीणजनों की सहभागिता रही।


0 Comments