रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
उमरिया/मानपुर— ग्राम पंचायत चितराव में भूमि विवाद और कथित अतिक्रमण के मुद्दे पर बड़ा विवाद सामने आया है। ग्रामीण रामखेलावन केवट ने अपनी जमीन वापस दिलाने और शासकीय भूमि से कथित अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर 01 दिसंबर 2025 से कड़कड़ाती ठंड में झाली रोड पर पेड़ के नीचे अनशन शुरू कर दिया है। ग्रामीण रामखेलावन केवट का कहना है कि खसरा नंबर 415 उनकी पैतृक भूमि है, जिसका सीमांकन दो बार हो चुका है। फिर भी कथित दबंग भूमि पर कब्जा किए हुए हैं। शासकीय जमीन खसरा नंबर 168, 167/1 पर भी कथित अतिक्रमण कर खेती की जा रही है। ग्रामीण का आरोप है कि प्रशासन के सहयोग और कार्यवाही के अभाव में वह न्याय पाने के लिए मजबूर होकर अनशन पर बैठा है।
*जब तक तीन मांगें पूरी नहीं अनशन जारी रहेगा*
अनशन पर बैठे ग्रामीण ने चेतावनी दी जब तक मेरी तीनों मांगें पूरी नहीं होतीं, मैं अनशन नहीं तोड़ूंगा… चाहे मेरी जान ही क्यों न चली जाए। उन्होंने प्रशासन को दोषी अधिकारियों और कथित अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की है।
*जिन लोगों पर अतिक्रमण के आरोप*
अनशनकारी के अनुसार निम्न व्यक्तियों पर आरोप लगाए गए हैं,यह आरोप ग्रामीण द्वारा लगाए गए हैं, जिसकी प्रशासन द्वारा पुष्टि बाकी है-
1. राजभान मिश्रा पिता मोतीलाल मिश्रा (बतौर पंचायत सचिव पदस्थ ग्राम पंचायत चन्सुरा)
2. ओमप्रकाश मिश्रा पिता मोतीलाल मिश्रा
3. शील कुमार मिश्रा पिता मोतीलाल मिश्रा
4. गणेश मिश्रा पिता मोतीलाल मिश्रा
5. ज्ञानेंद्र मिश्रा पिता मोतीलाल मिश्रा
6. वेदप्रकाश मिश्रा पिता ओमप्रकाश मिश्रा
7. नागेंद्र मिश्रा पिता ओमप्रकाश मिश्रा
8. सत्यप्रकाश मिश्रा पिता ओमप्रकाश मिश्रा
*ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन पर उठे सवाल*
गाँव के अन्य लोगों ने भी कहा कि भूमि मामलों में लापरवाही हो रही है और निष्पक्ष कार्रवाई की जरूरत है।




0 Comments