रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
*आतंकवाद के विरोध में एकजुट हुआ हिंदू मुस्लिम एकता मंच, गांधी चौक पर पुतला दहन कर दिया शांति और भाईचारे का संदेश*
उमरिया, 24 अप्रैल जिला मुख्यालय उमरिया के गांधी चौक पर आज शाम 4.00 बजे हिंदू मुस्लिम एकता मंच, उमरिया द्वारा आतंकवाद के खिलाफ एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस अवसर पर मंच के सदस्यों और आम नागरिकों की उपस्थिति में आतंकवाद का पुतला दहन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में व्याप्त आतंक और नफरत की भावना के विरुद्ध एकजुटता दिखाना और देश में अमन, चैन तथा भाईचारे का संदेश फैलाना रहा।कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदू मुस्लिम एकता मंच के संस्थापक मोहम्मद असलम शेर ने की। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद किसी धर्म का नहीं होता, यह केवल मानवता का दुश्मन होता है। हिंदू हो या मुसलमान, हम सबका खून एक रंग का है और हमारी भावनाएँ भी एक जैसी हैं। आतंकवादी ताकतें देश को तोड़ने का काम कर रही हैं, लेकिन हमारा मंच ऐसे तत्वों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा है। हम शांति, प्रेम और सौहार्द के सिपाही हैं और इसी भावना से आज आतंकवाद का पुतला जलाकर यह संदेश दे रहे हैं कि नफरत की कोई जगह हमारे हिंदुस्तान में नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि मंच निरंतर सामाजिक कार्यों जैसे जरूरतमंदों की सहायता, गौसेवा, शिक्षा सहयोग, और चिकित्सा सहायता जैसे कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेता आया है और भविष्य में भी समाज में एकता और समरसता बनाए रखने के लिए कार्य करता रहेगा।इस विरोध प्रदर्शन में शहर के गणमान्य नागरिक, युवाओं की टोली, महिलाओं और बच्चों ने भी हिस्सा लिया। मंच की ओर से "एकता में शक्ति है", "धर्म नहीं सिखाता आपस में बैर रखना", और "आतंकवाद मुर्दाबाद" जैसे नारे लगाए गए, जिससे वातावरण देशभक्ति और सामाजिक सौहार्द से भर उठा।कार्यक्रम के अंत में दो मिनट का मौन रखकर आतंकवाद के कारण जान गंवाने वाले मासूमों को श्रद्धांजलि दी गई। मंच के अन्य पदाधिकारियों ने भी लोगों को शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की। हिंदू मुस्लिम एकता मंच, उमरिया द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम न केवल आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त संदेश बनकर सामने आया, बल्कि यह भी दर्शाया कि जब इंसानियत की बात हो, तो धर्म, जाति, समुदाय की दीवारें टूट जाती हैं और पूरा समाज एकजुट होकर मानवता की सेवा में खड़ा हो जाता है।
0 Comments