रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
अनूपपुर। मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में बीते कुछ वर्षों से छत्तीसगढ़ की सीमा से भटके जंगली हाथियों के आतंक से आम नागरिकों और किसानों की जान-माल को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। वन्य जीव हाथियों द्वारा की जा रही लगातार तबाही के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी ने कलेक्टर अनूपपुर को ज्ञापन सौंपकर प्रभावितों को मुआवजा देने एवं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि पिछले तीन-चार वर्षों से हाथियों का एक झुंड अनूपपुर जिले की सीमा में प्रवेश कर कोतमा, पुष्पराजगढ़ और अनूपपुर तहसीलों के विभिन्न गांवों और खेतों में भारी तबाही मचा रहा है। किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं, घरों को नुकसान पहुंच रहा है और जनजीवन भयभीत है। कई बार हाथी घरों में घुसकर अनाज और धान को नष्ट कर चुके हैं।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि शासन-प्रशासन द्वारा जो मुआवजा राशि दी जाती है वह नाकाफी है और प्रक्रिया भी बेहद धीमी है, जिससे पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। इतना ही नहीं, हाथियों की इस समस्या को लेकर शासन-प्रशासन की संवेदनशीलता और तत्परता पर भी सवाल उठाए गए हैं।
ज्ञापन में मुख्य मांगे जिनमें हाथियों के आतंक से प्रभावित ग्रामीणों को शीघ्र उचित मुआवजा दिए जाने, वन विभाग द्वारा इस मुद्दे पर तत्काल ठोस और प्रभावी कार्यवाही किए जाने, प्रभावित क्षेत्रों में जन-सुरक्षा हेतु उचित वन्य प्रबंधन और निगरानी रखे जाने की मांग रखी गई है। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि यदि समय रहते समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो जिलेभर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन सौपने में प्रमुख रूप से कांग्रेस अध्यक्ष रमेश सिंह , जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रीति सिंह , वरिष्ठ कांग्रेस नेता आशीष त्रिपाठी , उपाध्यक्ष भाई रियाज अहमद, पार्षद दीपक शुक्ला, पिछड़ा वर्ग कांग्रेस अध्यक्ष रजन कुमार राठौर, आरटीआई प्रकोष्ट के अध्यक्ष अनिल चौधरी जी,यूवा नेता विवेक यादव, सचिन पटेल आरएसपी के वरिष्ठ नेता बुद्धसेन राठौर जी,लेखराम राठौर , उमेश राठौर आदि की उपस्थिति मे ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
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