रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शहडोल के कार्यकर्ताओं द्वारा विश्वविद्यालय में हो रही व्याप्त अनियमिताओं के विरोध में कुलगुरु को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देते हुए नगर मंत्री अमन त्रिपाठी ने बताया कि छात्र हितों में निम्नलिखित मांग कि गई
यह है कि 1. हाल ही में विश्वविद्यालय द्वारा जारी पीजी प्रथम सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में लगभग 70% छात्र–छात्राओं को पूरक व अनुत्तीर्ण कर दिया गया है जिसको संज्ञान में लेते हुए विश्वविद्यालय द्वारा पुनः मूल्यांकन कर दोबारा रिजल्ट जारी किया जाए एवं द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षा फार्म भरने की तिथि दोबारा जारी की जाए जिससे सभी विद्यार्थी परीक्षा फॉर्म भर सके।
2. यह है कि विश्वविद्यालय के दोनों केंपसों में गर्ल्स कॉमन रूम नहीं है जिसको तत्काल रूप से कार्रवाई करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा गर्ल्स कॉमन रूम बनवाया जाए। एवं सेनेटरी वेंडिग मशीन लगवाई जाए।
3. यह है कि विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद बैठक में खेल विभाग के खेल सामग्री एवं विश्वविद्यालय के शहडोल स्थित कैंपस में खेल मैदान के चारों तरफ बाउंड्री वॉल की ऊंचाई बढ़ाने के लिए राशि का आवंटन होने के बाद भी आज दिनांक तक किसी भी रूप से कार्रवाई नहीं की गई जिसको संज्ञान में लेते हुए तत्काल रूप से कार्रवाई करते हुए खेल सामग्री मंगाई जाए एवं बाउंड्री वॉल की ऊंचाई बढ़ाई जाए। एवं खिलाड़ियों को खेल भत्ता एवं टीमों को इंटर यूनिवर्सिटी खेलो में हिस्सा लेने के लिए टीमों को भेजा जाए।
4. यह है कि विश्वविद्यालय का नवीन सत्र प्रारंभ हो चुका है परंतु आज दिनांक तक विश्वविद्यालय ने अपना वार्षिक कैलेंडर जारी नहीं किया जिसे संज्ञान में लेते हुए वार्षिक कैलेंडर जारी किया जाए जिससे आगामी होने वाले कार्यक्रम की जानकारी विद्यार्थियों तक प्राप्त होती रहे।
5. यह है कि विश्वविद्यालय में पर्याप्त प्रोफेसर होने के बाद भी नियमित क्लास नहीं लगाई जा रही जिसे संज्ञान में लेते हुए नियमित क्लास प्रारंभ की जाए। एवं विश्वविद्यालय द्वारा नियमित विद्यार्थी कक्षा में आए ऐसा प्रयास किया जाए।
6. यह है कि विश्वविद्यालय शहडोल स्थित कैंपस में रास्तों में गड्ढे एवं पार्किंग स्थान पर गड्ढे हो चुके हैं जिनमें पानी भर रहा है और विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है जिसे संज्ञान में लेते हुए उन रास्तों की मरम्मत कराई जाए। एवं पार्किंग स्थान पर बजरी डलवाई जाए।
7. यह है कि विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में चल रहे प्रवेश में BA की प्रवेश फीस में बिना किसी पूर्व सूचना के 550 रुपए की वृद्धि की गई है जिसे संज्ञान में लेते हुए विश्वविद्यालय द्वारा उस फीस को वापस करें या नामांकन फीस में उसे ऐड करें।
8. यह है कि विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में पीने का पानी एवं स्वच्छता पर ध्यान दिया जाए।
अतःइन सभी विषयों को 15 दिवस के अंदर संज्ञान में नहीं लिया गया तो अभाविप उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। ज्ञापन देते समय विभाग संगठन मंत्री सावन सिंह जी ,विभाग संयोजक अखिलेश सिंह जी , अंजली पांडेय, शिवम वर्मा, प्रवास तिवारी, गरज सिंह आकाश कुशवाहा, इशांत सिंह, प्रणव मिश्रा परिषद के कार्यकर्ता एवं छात्र छात्रा उपेक्षित थे।
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