रिपोर्ट @संतोष कुमार मिश्रा
विद्यूत की समस्या से खेतों को नहीं मिल पा रहा पानी
नौरोजाबाद --- नौरोजाबाद के आसपास बिजली बोल्टेज की समस्या किसानों के लिए सिरदर्द बनकर रह गई है। बताया जाता है की बिजली बोल्टेज के कारण र्थी फेस के पंप लोड नहीं ले पा रहे हैं, जिससे खेतों को पानी नहीं मिल पा रहा और किसान धान का रोपा लगाने के लिए कभी आसमान की ओर टकटकी लगाते हैं, तो कभी बिजली की ओर निहारते है की शायद अब पंप चल जाये। यह समस्या नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन के आसपास के गाँव में ज्यादातर देखने को मिलती है। वर्तमान में सी एफ बल्ब के कारण लोगों को प्रकाश तो पर्याप्त मिल पा रहा है, लेकिन र्थी फेस पंपों के लिए ऐसा कोई अविष्कार नहीं हुआ की कम बोल्टेज में उन्हें चलाया जा सकें। जब से बिजली मे ठेकेदारी प्रथा आयी है, तब से बिजली का काम कौन सम्हाल रहा है, यह भी अबूझ पहेली से कम नहीं है। कहने के लिए ठेकेदार को बिजली के समुचित संचालन के लिए विभाग व्दारा नियमित रूप से लंबी राशि का भुगतान हर माह किया जाता है, लेकिन इस क्षेत्र में कौन ठेकेदार है और उसके कर्मचारी कौन है, कब कहा काम करते हैं इसकी जानकारी कही किसी को नहीं रहती है, ठेकेदार के जो कर्मचारी होते हैं वह बिना पैसा लिये कभी कोई सुधार कार्य नहीं करते हैं जिससे क्षेत्र के लोग लुटने के लिए आधीन है।
वर्तमान युग में बिजली जैसी मूलभूत समस्या से निपटने के लिए ठेकेदार के कर्मचारियों के आगे- पीछे घूमते और उनकी जायज नाजायज मांग को पूरी करने के लिए मजबूर दिखाई दे रहा है। बताया जाता है की नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन के आसपास के गाँव के किसानों के र्थी फेस मोटर पंप नहीं चल पाने के कारण किसान बेहद परेशान है क्योंकि पिछले एक सप्ताह से पानी नहीं गिरने के कारण और बिजली आपूर्ति न होने के कारण किसानों का रोपा नहीं लग पा रहा वह लगने के पहले ही सूखने की स्थिति में पहुँच गया है।
मध्यप्रदेश सरकार जो की किसानों की आय दोगुनी करने के लिए हर दिन नये जतन कर रही है, उसके लिए तरह -तरह के अनुदान देकर कृषि को लाभ का धंधा बनाने का सपना सजा रही है, वही पर आज भी बिजली के बोल्टेज जैसी समस्याओं से आज भी जुझ रहा है।
अपेक्षा है की बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी और उमरिया जिले के प्रशासनिक अधिकारी इस ओर आवश्यक पहल कर लो बोल्टेज की समस्या से निजात दिलायेगे की किसानों को अन्न दाता की संज्ञा से नवाज जाने वाले किसान आज सरकार की स्वांग बनकर ही रह जायेगा।
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