रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग
विंध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शंभू नाथ शुक्ल के जन्मदिवस के अवसर पर उनके परिवार जनों जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया एवं भजन कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।
शम्भूनाथ शुक्ल (18 दिसंबर 1903), भारत के एक राजनेता, स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी थे। कानूनी विद्वान होने के कारण उन्हें भारत की संविधान सभा के सदस्य के रुप में मनोनीत किया गया।
स्वतंत्रता के बाद उन्होंने विंध्य प्रदेश के तीसरे मुख्यमन्त्री के रूप राज्य का नेतृत्व किया।।
विंध्य प्रदेश भारत का एक छोटा-सा राज्य था, जिसकी स्थापना स्वतंत्रता के बाद 1948 में मध्य भारत की कुछ रियासतों को मिलाकर की गई थी। वर्ष 1956 में, राज्य अधिनियम 1956- के तहत विंध्य प्रदेश को नये मध्य प्रदेश राज्य में विलय कर दिया गया।
पंडित शंभूनाथ शुक्ल शहडोल जिले के निवासी थे जिस कारण से शहडोल नगर वासी उनके जन्म दिवस को धूमधाम से मनाते हैं इस वर्ष नगर पालिका परिषद शहडोल एवं कई समाज सेवियों ने उनके जन्मदिवस को विशेष तरह से मनाया और विंध्य क्षेत्र के विकास में उनके योगदान की सराहना की।
इस अवसर पर कलेक्टर जिला शहडोल केदार सिंह एस डी एम अरविंद शाह,नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ,समाजसेवी एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रविंद्र तिवारी, राजेश्वर उदानियां, नरेंद्र दुबे, जयप्रकाश नारायण गर्ग, दिनेश अग्रवाल ,गोविंद साहू, पंडित रामचंद्र मिश्रा, गीता शुक्ला, पियूष गर्ग आशुतोष शुक्ल, राहुल सिंह राणा, अरूण द्विवेदी, नित्तू अवस्थी, साकिर फारूकी, पम्मू जैन, शुशील रजक, गोपाल निगम, होलकर सिंह, योगेंद्र चतुर्वेदी, विष्णू प्रताप सिंह, अरफाना बेगम, अन्य नागरिक एवम शंभूनाथ शुक्ल के परिवार जन उपस्थित रहे।
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