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नागरिक सुरक्षा हेतु अभ्यास ( Mock drill )

 


रिपोर्ट @मिर्जा अफसार बेग

नागरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन राष्ट्र का महत्वपूर्ण विषय एवं जिम्मेदारी है, फलस्वरुप नागरिकों की सुरक्षा के लिये सिविल डिफेंस अधिनियम 1968 एवं अन्य नियमों में नागरिक सुरक्षा करने के प्रावधान किये गये हैं । नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी भारत सरकार के गृह मंत्रालय की है, जो समय-समय पर राज्यों को आवश्यक निर्देश देती है कि राज्य सरकारें नागरिक सुरक्षा योजनाएं बनायें, योजनाओं की समय-समय पर समीक्षा करे और आवश्यकता पडने पर संशोधन करे । नागरिक सुरक्षा योजनाएं नागरिकों की सुरक्षा, विभिन्न महत्वपूर्ण उद्योगों एवं नागरिक सुविधाओं की सुरक्षा जिनमें रासायनिक, परमाणु एवं अन्य उद्योग प्रतिष्ठान,जल विद्युत योजनाएं एवं अन्य नागरिक संस्थाएं हैं। इन योजनाओं में स्पष्ट रूप से प्रावधान किये जाते हैं कि जब आपदा की स्थिति उत्पन्न होती है या किसी भी प्रकार का संकट आता है तो योजना के अनुसार सरकार के विभिन्न विभाग जैसे पुलिस, सेना, रेल्वे, स्वास्थ्य एवं एयरपोर्ट इत्यादि द्वारा आवश्यक कार्यवाहियां की जाती हैं। नागरिक सुरक्षा योजनाएं बनाने एवं समीक्षा करना एवं संशोधन करना, अभ्यास करना, इत्यादि सामान्य प्रक्रियाएं हैं, जो समय-समय पर की जाती हैं । इन गतिविधियों का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा करना, व्यवस्था एवं नागरिकों को जागरुक करना, प्रशिक्षण देना एवं सभी तैयारियों को अपटूडेट रखना है ।
नागरिक सुरक्षा योजनाओं का अभ्यास ( Mock drill ) करने हेतु भारत सरकार ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश के पांच जिलों ग्वालियर, भोपाल,इन्दौर, जबलपुर एवं कटनी में यह अभ्यास कल दिनांक 7/5 / 25 को सांयकाल 4.00 बजे से 8.00 बजे के मध्य किया जाये, यह अभ्यास किया जावेगा कि हवाई हमला होने की स्थिति में किस तरीके से बचाव करना है । इस अभ्यास के अन्तर्गत एक हवाई हमला होने का काल्पनिक संकट आने का संकेत इन जिलों को प्राप्त होगा । जिलें के नागरिकों की सुरक्षा की दृष्टि से नागरिकों को काल्पनिक संभावित हमले की सूचना सायरन के माध्यम से देंगे, जिससे नागरिक एवं अन्य संस्थाएं ब्लेकऑउट का अभ्यास करेंगे । प्रदेश में इस हेतु कल सायं 7.40 बजे का समय निर्धारित किया गया है । इस ब्लेकआउट के साथ ही किसी निश्चित भवन में आग लगने पर खोज एवं बचाव के अभ्यास, आकस्मिक रुप से निर्धारित भवन से लोगों का बचाव करने, अस्थाई रुप से अस्पताल बनाने और खतरे वाले स्थान से नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर भेजने इत्यादि का अभ्यास किया जावेगा एवं इस अभ्यास की सूचना राज्य के कन्ट्रोल रुम को दी जावेगी एवं कंट्रोल रूम से भारत सरकार के कंट्रोल रूम को सूचना दी जावेगी । यह अभ्यास रक्षा मंत्रालय, रेल्वे, विमानन विभाग एवं विभिन्न विभागों के सहयोग से जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है-
इस अभ्यास से किसी भी नागरिक को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है ।
इस हेतु सभी नागरिकों से अपील की जाती है कि वे अभ्यास में सम्मिलित होकर सहयोग प्रदान करें तथा प्रशासन द्वारा सायरन के माध्यम से सूचना उपरान्त उन्हें स्वयं एवं परिजनों को सुरक्षित स्थान पर रखने का अभ्यास करना है । हवाई हमले का लाल सिग्नल दो मिनिट तक उंची-नीची आवाज मे सायरन का बजना होता है तथा खतरा टलने के उपरान्त दो मिनिट तक सायरन बजाकर सूचना दी जाती है । ब्लेकआउट के संबंध में सामान्यजनों से अपेक्षा है कि घर /कार्यालय के पर्दों एवं लाईट को बंद करें तथा पुनः सायरन बजने पर लाईट जला लें । भीड-भाड न बढायें, अफवाह न फैलायें एवं यातायात / पुलिस / एम्बुलेस सुविधाओं को सुचारु रुप से चलते रहने में सहयोग करें एवं अभ्यास के दौरान प्रशासन के निर्देशों का पालन कर अभ्यास को सफल बनायें ।


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